जय आदिवासी युवा शक्ति (JAYS) ने दिया इंदौर ए॰डी॰जी को ज्ञापन उषा ठाकुर के खिलाप एफआईआर की माँग
- Adivasi People
- Sep 21, 2020
- 2 min read
Updated: Mar 21, 2021

जय आदिवासी युवा शक्ति (JAYS) ने दिया इंदौर ए॰डी॰जी को ज्ञापन उषा ठाकुर के खिलाप एफआईआर की माँग ।।
आज जय आदिवासी युवा शक्ति (JAYS) ने इंदौर में आई॰जी० ऑफ़िस पर जयस को देशद्रोही संगठन बोलने वाली मंत्री उषा ठाकुर के खिलाफ एफ॰आई॰आर की माँग को जयस युवाओं ने ए॰डी॰जी० को ज्ञापन दिया उषा ठाकुर को मंत्री पद से बर्खास्त करने की माँग की साथ ही अविलंब गिरफ़्तार की माँग की जिसमें जयस प्रेसिडेंट रविराज बघेल इंदौर जयस प्रभारी राहुल बामनिया इंदौर जयस साथी लोकेश धुलिये मनीष वर्मा महेश जमरा , यशवीर मंडलोई, सज्जन मुजाल्दे ,हीरा बघेल ,संतोष डावर ,राजू रावत ,हिरमल बर्डे चंदन वास्कले नरेंद्र अवासिया सुनील बघेल मुकेश अलावा के साथ सेकसी जयस युवाओं ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक इंदौर मध्य प्रदेश ज्ञापन दिया जिसमें पांचवीं अनुसूची, वन अधिकार कानून, पेसा कानून समेत आदिवासियों-गरीबों के अन्य संवैधानिक अधिकारों के लिए कार्य करने वाले जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) संगठन को मध्य प्रदेश की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर द्वारा जयस संगठन को देशद्रोही संगठन बताया जाकर जयस संगठन को नष्ट करने का आह्वान किया जाकर जयस संगठन के आदिवासी कार्यकर्ताओं के विरुद्ध लोगों को भड़काकर अशांति फैलाकर राष्ट्र की एकता-अखंडता को नष्ट करने, देश के आखिरी पंक्ति में खड़े आदिवासियों के भावनाओं को आहत करने पर उषा ठाकुर के खिलाफ अनुसूचित जाति-जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 एवं आईपीसी की धारा 124A, 153A,153B, 5045051 B) के तहत एफआईआर दर्ज कर अविलंब गिरफ्तार करने बाबत एवं मध्य प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासी संस्कृति-सभ्यता विरोधी संगठनों को घुसने से प्रतिबंधित करने की माँग 21/09/2020 को डोंगरगांव स्थित आंबेडकर विश्वविद्यालय में मध्यप्रदेश की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने पूरे होश में जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) संगठन को देशद्रोही संगठन बताकर जयस संगठन को नष्ट करने, जयस कार्यकर्ताओं के
खिलाफ लोगों को भड़काने, सामाजिक अशांति फैलाने संविधान का उल्लंघन कर राष्ट्र की एकता-अखंडता को नष्ट करने एवं देश के आखिरी पंक्ति में खड़े आदिवासियों की भावनाओं को आहत किया गया है। जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) संगठन संविधान की पांचवीं अनुसूची, वनाधिकार कानून, पेसा कानून समेत आदिवासियों-गरीबों के अन्य संवैधानिक अधिकारों के लिए कार्य करता है।
उषा ठाकुर का उक्त बयान सोशल मीडिया में खूब वायरल हो चुका है, भोपाल, इंदौर समेत मध्यप्रदेश के अनेक समाचार पत्रों में दिनांक 20/09/2020 के अंक में प्रकाशित हुआ था ।



source
Facebook /Raviraj Baghel Jays
Instagram/raviraj_baghel_jays





Comments