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जोहार का विरोध क्यों?


जोहार का विरोध क्यों?

(1) जनजागरण युनिट नाम "आदिवासी परिवार" है,, जिसके बेनर तले "जनजागरण शिविर" हुए...कोई विरोध नही करता बल्कि नाम तक नही लेते।।

(2) पश्चिमी भारत मे आदिवासी परिवार को चलाने वाली युनिट नाम है "भील ऑटोनोमस कौंसिल" कोई विरोध नही करता बल्कि नाम तक नही लेते।।

(3) भील प्रदेश शब्द का भी विरोध अब थम सा गया है ।।

केवल "जय जोहार" का विरोध कर रहे है...क्योंकि इस उद्बोधन ने उनके तमाम धार्मिक उद्बोधनों की नीवें हिला दी है,, जय जोहार उद्बोधन के आगे सबके सब फेल हो गए।।

जय जोहार,, आज भी पालवी इलाकों मे "काट्टों करियावरों" मे जब पगडी दस्तुर होने के बाद चावल हाथ मे लेकर एक साथ मृतक (मन्नारे) को अंतिम विदाई स्वरुप अभिवादन करते है तब "जोहार" ही बोलते है,, आज भी चल रहा है,, सबसे पुराना हमारा उद्बोधन है ।।

दिवाली के Just दूसरे दिन "जोआर भटारा ने दाडे" भी सभी भाई गले मिलकर "जोहार" ही बोलते है ।।

जो राजनीतिक स्वार्थ के लिए विरोध करते है,, उन्हें सही भी गलत दिखता है,, गैर आदिवासी समुदाय के तलवे चाटने अनिवार्य होते है,, इसलिए विरोध करते है ।।

हमें उन्हें क्या जवाब देना है?? वह समय आ रहा है ।।

जय जोहार

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