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दंतेवाड़ा,बीजापुर और सुकमा के हज़ारों आदिवासीयों ने की वादा निभाने की माँग, Police ने किया लाठ चार्ज

विश्व अदिवासी दिवस पर छतीसगढ़ में श्यामगिरी में पुलिस ने संवैधानिक अधिकार की मांग को लेकर रैली निकाल रहे आदिवासियों के साथ मारपीट की है, सूचना तो यह भी है कि इन्हीं आदिवासियों में से कुछ ग्रामीण युवक और युवतियों को पुलिस ने माओवादी बताकर पकड़कर अपने साथ लेकर गई है इनमें से किसी की फर्जी मुठभेड़ में भी हत्या भी की जा सकती है या किसी को भी किसी भी प्रकरण में फंसाया जा सकता हैध्यान रहे कि झीरम घाटी के मामले में अब तक सौ से ज्यादा आदिवासियों को मोहरा बनाया जा चुका है वैसे ही भीमा मंडावी के मामले में भी 50 से ज्यादा आदिवासियों को फसाया जा चुका है

विश्व आदिवासी अधिकार दिवस पर कोंग्रेस सरकार के पुलिस प्रशासन ने हजारो आदिवासियो को दौड़ा दौड़ा कर मारपीट कर जंगल की ओर खदेड़ा नगरनार के निजीकरण,अत्यचार के मुद्दो पर दंतेवाड़ा मे आदिवासियों की रैली होने वाली थी श्यामगिरी मे हजारो की संख्या मे आदिवासियो को रोका गया हैविश्वआदिवासीअधिकार_दिवस पर कोंग्रेस सरकार के पुलिस प्रशासन ने हजारो आदिवासियो को दौड़ा दौड़ा कर मारपीट कर जंगल की ओर खदेड़ा नगरनार के निजीकरण,अत्यचार के मुद्दो पर दंतेवाड़ा मे आदिवासियों की रैली होने वाली थी श्यामगिरी मे हजारो की संख्या मे आदिवासियो को रोका गया है

जल,जंगल और जमीन: आदिवासियों की रिहाई की मांग, जुटे थे तीन जिलों के आदिवासी समाज के लोग, पुलिस ने दंतेवाड़ा पहुँचने से पहले मारपीट भगायासुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा के हजारों लोग हुए जमा, सरकार से की वादा निभाने की मांग

नक्सल सहित कई मामलों में जेलों बंद आदिवासियों की रिहाई की है मांग, स्थिति तनावपूर्ण दंतेवाड़ा जिले में रविवार की दोपहर बड़ी तादाद में ग्रामीण जुटे। यह सभी अपने परिवार या गांव के लोगों को रिहा करने की मांग कर रहे हैं। लोगों का दावा था कि कई आदिवासियों को नक्सल और जंगल से जुड़े अन्य केसों में फंसाकर जेलों में बंद कर दिया गया है। सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले के ग्रामीण इलाके के लोग जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा जाने की कोशिश कर रहे थे। हथियारबंद पुलिस जवानों ने इन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। लोगों ने यह भी कहा कि बेगुनाह आदिवासियों को रिहा करने का वादा कांग्रेस की सरकार ने किया था, अब उसे पूरा करे।

बड़ी तादाद में महिलाएं, बुजुर्ग बच्चे नकुलनार, श्यामगिरि,पालनार इलाके में जमा हो गए थे। यह सभी विरोध प्रदर्शन और रैली करने के लिए दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय जाना चाह रहे थे। प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के खतरे की वजह लोगों को रैली की अनुमति नहीं दी। ग्रामीण 50 से 100 किलोमीटर का पैदल सफर करते हुए यहां पहुंचे थे। पुलिस ने सातधार इलाके में बैरिकेडिंग कर रखी है। भीड़ को आगे जाने से रोका जा रहा है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है


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